Add To collaction

गैर भी लगे अपने से

_शिर्षक-गैर भी लगे अपने से

खानदान था जिसमे एक लडकी थी जिसका नाम रुही था।

 वो बहुत जिद्दी किस्म की लडकी थी । सबकी लाडली थी इसलिये सब उसकी जिदद पुरी करते थे।

रुही  को  एक दिन फेसबुक पर एक अजित नाम का लड़केने फ्रेड रिकवेस्ट 

भेजी।

 रुहीने 8 दिन बाद वो स्वीकार की और उसी रात से 

कँज्युअली बातचीत शुरु हुई।

अजित की बातो से रुही मे परिवर्तन होने लगा । वो सबसे अच्छेसे बर्ताव करने लगी ।

सबको मदद करने लगी। सबसे प्यार से बात करने लगी और जिदद भी कम करने लगी।

अजित के आने से उसके जीवन मे ठहराव आ गया था। वो बडो को सम्मान करने लगी और अजित के साथ जीवन व्यतीत होने के सपने बुनने लगी।

उसका वो सपना भी पुरा हुआ और अजितने उससे शादी कर ली। दोनो खुशी-खुशी एकसाथ रहने लगे। -अभिलाषा देशपांडे #दैनिक प्रतियोगिता हेतू मेरी कहानी

   2
1 Comments

Anjali korde

15-Jun-2024 09:34 AM

Amazing

Reply